उत्पन्ना एकादशी व्रत
2020 ब्रह्मदत्त
जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय, जय नारायण नारायण हरि हरि
उत्पन्ना एका शुभ मुहूर्त सभी विष्णु भक्तों को जय श्री हरि
नारायण बहादत्त..... उत्पन्नना एकादशी तिथि का विवरण
एकादशी तिथि प्रारंभ- 10 दिसंबर दोपहर 12 बजकर 53 मिनट से
एकादशी तिधि समाप्त- 11 दिसंबर सुबह 10 बजकर 5 मिनट तक
उत्पन्ना एकादशी आज है- पूजाविधि
पद्म पुराण के अनुसार माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु
सहित देवी एकादशी की पूजा का विधान है। इसके अनुसार
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की दशमी को भोजन के बाद अच्छी तरह
से दातून करतो चाहिए ताकि अन्न का एक भी अंश मुंह में न रह
जाए। इसके बाद दूसरे दिन यानी कि उत्पन्ना एकादशी के दिन
ब्रह्म महुर्त में कर व्रत का संकल्प करके स्नान करना चाहिए।
प्रस्तुतीकरण ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़