सौ साल बाद ये सुनहरा मौका आया है,
संसद भवन के भव्य मंदिर का निर्माण हो गया है।
भारतीय शिल्पकारों ने अपनी अकल्पनीय कला को दिखाया है,
पहले तो था गोल अब त्रिकोण आकार बनाया है।
तीन रंगों की करणों वाला यह अद्भुत दृश्य नजर आया है,
अंग्रेजों के सालों राज करने पर भी भारत ने अपना परचम लहराया है।
सोने की चिडिय़ों वाला यह देश है अपना,
उस सोने पर सुहागा यह संसद भवन खिलखिलाया है।
भारत के रत्न की बोटी-बोटी नोच ली अंग्रेजों ने पर,
हमेशा भारतीय तीरंदाजों के पिछे ही नजर आया है।
इस नवीन संसद भवन में पूरे देश का प्रतिनिधित्व होगा,
एक नई आशा की किरण के साथ यह जनता के सामने आया है
इस भव्य मंदिर को देखकर शायद दुश्मनों का मन फिर से ललचाया है होगा,
सदियों की बेड़ी तोड़कर भारत ने हमेशा अंग्रेजों को हार का धूल चटाया है
भारतीय शिल्पकारों को हम दिल से नमन करतें हैं,
उनके ही असम्भव प्रयासों से दुश्मनों ने फिर से मुँह की खाया है,🇮🇳🇮🇳❤️
-Soni Kumari