तेरे साथ चले चार कदम
जीने की राह दिखाते हैं
हौंसलों से ही जीतना है आकाश
ये अहसास कराते हैं
नहीं टूटना, नहीं बिखरना
नित यही समझाते हैं
तेरे साथ के चार कदम
जीने का संबल बन जाते हैं
डगर कठिन हो चाहे जैसी
आगे बढ़कर राह दिखाते हैं
पथरीली राहों में थाम कर
हौंसला यही दे जाते हैं
हिम्मत को तुम कभी न हारो
बस इतना समझाते हैं।।
-Sakhi