नवरात्रि#कविता#
🏵️🙏🏼जय स्कंदमाता सदा सहाय 🙏🏼🏵️
पांचवा दिन नवरात्रि का मां स्कंदमाता विराजमान
नवदुर्गा में स्कंदमाता का है बहुत उचित स्थान।
कार्तिकेय को जन्म दे मां मेरी स्कंदमाता कहाई
तारकासुर वध करने के लिए पुत्र को योग्य बनाई।
विधि विधान से जो माता की करे पूजा आराधना
माता उनकी पूरी कर देती है हर मनोकामना।
श्रद्धा से जो स्कंदमाता का करता है ध्यान
संतान प्राप्ति का माता उसको देती हैं वरदान।
दाएं भुजा कमल वरदमुद्रा कमंडल बिराजे
बांए भुजा श्वेत कमल सिंह वाहन साजे।
मां के चहु ओर सदृश अलौकिक प्रकाश दिखाए
ओजवान रूप में मां भक्तों को दर्शन दिखाए।
सपरिवार स्कंदमाता का ध्यान लगाएं
मां को प्रसाद में केले का भोग लगाएं।
पूजा पश्चात नौ देवियों का करें मन से जाप
मां की कृपा बरसेगी मिट जाएगा हर अभिशाप।
🕉️मंत्र 🕉️
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
🙏🏼🏵️🕉️ जय माता दी🏵️🕉️🙏🏻