#Navratri
#Kavyotsav
माता के स्वरूप...
नवरात्री की महिमा न्यारी, हर दिन का नया स्वरूप,
भक्ति करे नौ दिन मात की, फल दे तू अपने अनुरूप.
प्रथम रूप मात दुर्गा का, माता शैलपुत्री स्वरूप,
सिद्धि दे, शक्ति दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
दूसरा रूप मात दुर्गा का, माता ब्रह्मचारिणी स्वरूप,
सदाचार, संयम - विजय दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
तृतीय रूप मात दुर्गा का, माता चन्द्रघंटा स्वरूप,
जीवन कष्टों से मुक्ति दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
चतुर्थ रूप मात दुर्गा का, माता कूष्मांडा स्वरूप,
आयु वृद्धि, यश-बल दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
पांचवा रूप मात दुर्गा का, माता स्कंदमाता स्वरूप,
सुख, शांति एवं मोक्ष दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
छठा रूप मात दुर्गा का, माता कात्यायनी स्वरूप,
रोग, शोक दूर कर सुख दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
सातवां रूप मात दुर्गा का, माता कालरात्रि स्वरूप,
विध्न सारे दूर कर सुरक्षा दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
आठवां रूप मात दुर्गा का, माता महागौरी स्वरूप,
सब संभव कर खुशहाली दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
नौवा रूप मात दुर्गा का, माता सिद्धिदात्री स्वरूप,
अगम्य को सुगम बना राह दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
ब्रह्माण्ड रूप मात दुर्गा तू, माता अविनाशी तेरा स्वरूप,
भक्ति भाव अर्चन का फल दे हमें मात तू अपने अनुरूप.
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