खुशीयो रूपी दरिया में ही,
मेरी जीवन रूपी कश्ती हो,
सदा वही स्पर्श करे,
जिस हवा में खुशबू बसती हो,
मुकद्दर मुझसे खफ़ा ना हो,
ख्वाहिसे हमेशा मेरी पूरी हो,
चेहरे पर रहे नूर सदा ही,
अपनो से कभी ना दूरी हो,
बार -बार ये दिन आये,
जब तक सागर में पानी हो,
जन्मदिन के पन्नों में ,
बस खुशबू भरी कहानी हो |
#जन्मदिन #प्रियंका 🐼