अभी सुबह के 5 बजे थे । की अनु की आँख खोली तो अमन नहीं थे । अनु को लगा शायद अमन बल्किन में होंगे अनु बेड से उठी और अपने बिखरे बालो को जुड़े में बनाया और बल्किन की और चली गई देखा तो अमन बल्किन में खड़े होकर बाहर सड़क पे देखा रहे थे। अनु अमन को देखकर वापस मुड़ी ही थी । की अमन बोले गुड़ मोर्निंग अनु और मुस्कुरा दिया । अनु ने भी गुड़ मोर्निंग कहा और वहाँ से जाने को हुई तो अमन बोला की आओ न कहा जा रही हो । अनु कुछ नहीं बोली बस अमन से कुछ पे खड़ी होगी और बाहर देखने लगी । तभी अचानक अनु के जुड़े से बालो की एक लट उसके ।गलो पे छलने लगी । अभी सुबह का सूरज निकल रहा था । अनु उसे बस देखे जा रही थी । पर अमन तो अनु को देखे जा रह था। कि तभी अचानक अनु की निगाहे अमन पर पड़ी तो अनु थोड़ा असहज हुई और घूम कर चलने लगी तभी अनु के जुड़ा बने बाल खोला कर बिखर गए अनु उन्हें वापस जुड़ा लगने जा ही रही थी की तभी अमन बोला अनु कोले बालो में जद अच्छी लगती हो । और वापस सड़क पर देखने लग पर अनु समझ नही पा रही थी की शादी की 8 महीने बाद अमन का यु बोलना समझ नहीं पा रही थी कि जो शख्स कभी हाँ नहीं के आलावा कुछ बोलता नहीं था आज अचानक उसे उसके खोले बाल अच्छे लग रहे थे । दरसल अमन की अनु के साथ दूसरी शादी थी। हालाकि अमन तो दूसरी शादी भी नहीं करना चलता था पर अपनी माँ की खुशी के लिए अनु से शादी कर ली थी । उधर अनु ने भी अपनी माँ के कहने पर शादी की थी हा ये बात अलग थी की शादी के पहले अनु ने एक पार्टी में अमन को देखा था । शायद वाही उसे प्यार हो गया था अमन का शांत रहने और उसकी सच्चाई पर तब अनु कहा जानती थी की उनकी शादी होगी । पर जब शादी के बाद अनु घर आई तो जाना गई थी की अमन कभी उसकी पहली बीबी पूजा को नहीं भूल पाया और एक दिन अमन ने अनु से कहे भी दिया की मैं कभी भी तुम्हे प्यार नहीं दे पाऊँगा । मैं बस माँ के कहने पर तू। से शादी की है । मुझे पता तुम बहुत अच्छी लड़की हो ।अनु समझ गई थी की अमन कभी उसे व् प्यार नहीं दे पायेगा जो व् अपनी बीबी पूजा को करता था । तभी अनु भी अनजान की तरह अमन की तरह रहने लगी थी पर अचानक 8 महीने बाद अमन कुछ अलग सा लगता था कभी उसके बालो की तारीफ करता तो कभी उसके बने खाने की और तो और ऑफिस भी जल्दी आता और अधिकर तर ऑन के आस पास रहने की कोशिश करता था।अनु को समझ नहीं आ रहा था । जब पहले नहीं तो अब क्यों
-Akanksha Tiwari