कहीं तो होगी
माना कि मै हू नये जमाने का लेकिन मेरे ख्यालात जरा पुराने है। समझ रखता हूँ मेरे भारतीय रिवाजो के... जिसके लाखो अफसाने हैं।मुझे पसंद है भारतीय संस्कारो के आवरण को लपेटे ‘वो’ जिंदगी जिसके माथे पर बिंदी, हाथो में चूड़ी और पैरों में झनकती हुई पायल होगी।......
कहीं तो ‘वो’ होगी हाँ कहीं तो ‘वो’ होगी