दिल को छु लेने वाली बात
*एक दिन हम जुदा हो जायेंगे*
*ना जाने कहाँ खो जायेंगे*
*तुम लाख पुकारोगे हमको*
*पर लौट कर हम ना आयेंगे*
*थक हार के दिन के कामों से*
*जब रात को सोने जाओगे*
*जब देखोगे अपने फोन को*
*पैगाम मेरा ना पाओगे*
*तब याद तुम्हें हम आयेंगे*
*पर लौट के ना आ पायेंगे*
*इक रोज ये रिश्ता छूटेगा*
*फिर कोई न हम से रूठेगा*
*पर हम ना आँखें खोलेंगे*
*तुम से कभी ना बोलेंगे*
*आखिर उस दिन तुम रो दोगे*
*एे दोस्त मुझे तुम खो दोगे*
*"कद्र"* करनी है तो *"जीते जी"* करें
*"मरने"* के बाद तो *"पराए"* भी रो देते हैं
आज *"जिस्म"* मे *"जान"* है तो
देखते नही हैं *"लोग"*
जब *"रूह"* निकल जाएगी तो
*"कफन"* हटा हटा कर देखेंगे
किसी ने क्या खूब लिखा है*
*"वक़्त"* निकालकर
*"बाते"* कर लिया करो *"अपनों से"*
अगर *"अपने ही"* न रहेंगे
तो *"वक़्त"* का क्या करोगे
*"गुरुर"* किस बात का... *"साहब"*
आज *"मिट्टी"* के ऊपर
तो कल "मीट्टीकै नीचे.