वर्ष 74 बीत चले मन आज रूदन से भर आया
अजादी पर जान लुटाकर वीरों ने तिरंगा लहराया
नमन हिमालय भी करता देश के वीर जवानों को
माँ बहनों की त्याग की गाथा प्रियसि के बलिदनो को
भारत माँ के सिंह सपूतों ने दुनिया को बतलाया
मौत को अपने गले लगाकर वीरों ने तिरंगा लहराया
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