जिन शहीदों के बलिदान से यह तिरंगा लहराता है
15 अगस्त पावन पर्व पर यह आदेश उनको शीश झुकाता है
जिन्होंने किसी हालत में इस तिरंगे की झुकने नहीं दी शान
उन शहीदों के रक्त के एक-एक बूंद का कर्जदार है यह हिंदुस्तान
यही भारत देश है जो कभी हुआ करता था सोने की चिड़िया
थे कुछ देश प्रेमी जिन्होंने काटी भारत मा की बेडिया
आए कैसा भी संकट देश पर इस तिरंगे की रखना शान
पहले भी महान था भारत आज भी है महान
मेरे लहू का एक एक कतरा इस धारा के काम आए
जब हो मिलन भारत माता से तो जुबा पर मेरे हिंदुस्तान आए
इस जगत में इस तिरंगे की अलग पहचान होनी चाहिए
हम रहे य ना रहे इस तिरंगे की शान होनिंचाहिए
इस स्वतंत्रता दिवस पर मिलकर सबसे बातें
स्नेह
क्या रखना जग में बैर किसी से मिट्टी में मिल जाएगी यह देह
छोटा बड़ा अपना पराया मिलकर सबका करे सम्मान
सब है एक समान यह पर ऐसा है यह हिंदुस्तान
बॉस भगत बिस्मिल शेखर आजाद का याद रहेगा नाम
अमर हो गए वो बलीदनिऐसा ऐसा किया जिन्होने काम जय हिंद