Hindi Quote in Microfiction by VIRENDER VEER MEHTA

Microfiction quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

#बाज़
अपनी पहचान बनाने की चाहत में एक छोटे से दायरे से खुले आसमान में आकर जल्दी ही उसके पंखों ने उडान भरना सीख लिया था, मगर साथी पक्षियों में ही छिपे बाज़ को पहचानने में धोखा खा गयी थी वह।

'आई सी यु' में पड़ी अधखुली आँखें माँ की ओर देख, बोल रही थी। "माँ, ठीक कहती थी तुम। ऊँची उडान के लिये पंखों की परवाज़ ही नहीं, बहती हवा के बदलते रूख़ को देखना और उससे ख़ुद को बचाना भी आना चाहिये।”

विरेंदर 'वीर' मेहता

Hindi Microfiction by VIRENDER  VEER  MEHTA : 111514094
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now