दोस्ती से लेकर प्रेम तक
का सफर कितना सुहाना होता है !
पहले दो लोग मिलते है ।
फिर एक दूसरे को जानते है ।
फिर दोस्त बनते है ।
फिर देर रात तक बाते
चलती है और बीच में
हंसी और मजाक ।
ना जाने कब यह सब
प्यार में तब्दील
हो जाता है ,
हमें पता ही नहीं चलता ।
फिर प्यार का इजहार
कैसे करे वह देर रात तक सोचना,
फिर हिम्मत करके उसे बोल देना
आई लव यू !
तब वो सामने से बोलेगी की नहीं ?
वह सोचकर बेचैन होना ।
और फिर उसका भी कबूल करना
हा मुझे भी प्यार है
तब जाकर इस दिल को
सुकून मिलता है ।
दोस्ती से लेकर प्रेम तक का,
तय हुआ ए सफर जन्मों जन्मों
तक चलता है ।