ठंडी की सुबह गर्म चाय से उड़ती भाप हो तुम
बारिश के बाद मीट्टी की महेकती खुश्बु हो तुम
गरमी में ठंडी आइसक्रीम की ठंडक हो तुम
बसंत में खिले फुल की महेक हो तुम
पतझड़ में गिरे पत्ते की लकीर हो तुम
दर्द में कोइ ठंडी मलहम हो तुम
खुशी में होठ कि हसी हो तुम
हवा में मिली इत्र की महक हो तुम
पानी के झरने में बहती बूंद हो तुम
दिये में जलती लो कि रोशनी हो तुम
चांद में बनी हसीन तस्वीर हो तुम
तारो की टीम टिमती चमक हो तुम
तुझसे मिलने अतुर दिल की धड़कन हो तुम
दुनिया में ख़ूबशुरती की निशानी हो तुम
आेर मेरे लिए,
मेरे लिए मेरे जीने की वजह हो तुम
#आतुर