ऐसे महान राष्ट्रभक्त जिसने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर अपने को मातृभूमि की सेवा में प्रस्तुत कर दिया। जिनके लिपिबद्ध लेखों और ग्रन्थों को पढ़कर देश के क्रांतिकारी प्रेरणा लेते हो,जिनकी पुस्तको को प्रकाशित होने से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया हो, जो आजीवन अखण्ड भारत का स्वप्न देखता रहा हो..ऐसे वीर सपूत को मैं शत शत नमन करता हूँ।