## सामान##
जि़न्दगी में सामान के नाम पर अगर कुछ है,
तो वो है तुम्हारी दी कुछ यादें,
यादों में अगर कुछ है तो साथ बिताए कुछ पल,
पलों का हिसाब करुँ तो खट्टे मीठे अनुभव,
अनुभवों को देखूँ तो अभी अधूरा सा जीवन ही नज़र आता है मुझे,
जो तुम्हारे बिन पूरा होगा कैसे?
डॉ० गीता द्विवेदी