#गुरुजी
हसरत दिल की इतनी सी बस,
बन के में अर्जुन सा,
पा लु गुरु कृष्ण स्वरूप।
अज्ञान की अंधेरी राहों में भटकता,
हर डगर प्रज्वलित कर ज्ञानदीप
रोशन कर दे मेरा जीवनदीप।
मिले जो गुरु आपसा मुझको,
हर जन्म मैं प्यासा ज्ञान का,
आया शरण मे आपकी,
कर दो स्वीकार विनंती हमारी ।।
Mahek parwani