# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .आसमानी "
# कविता ***
जीवन आसमानी,
विस्तृत सा ,
कयी अभिलाषा लिए हुए ,
जीवन के रंगों को महकाता हुआ ,
सबके दिलों में बसता हुआ ,
आनंद के पल लुटाता हुआ ,
प्यार में पागल होता हुआ ,
उमंगों की तरंगों से खेलता हुआ ,
हर पल श्रेष्ठता को पाता हुआ ,
श्रेष्ठतम कहलाता हैं ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।