#जिंदा
दफ़न कर दो ...........
........ उन यादों को
जो जिन्दा है .........
मुझ में ........ कही
कतरा- कतरा बह जानें दो
कतरा- कतरा जी जानें दो
कोशिशें हजार होती है
कोशिशें हर बार होती है
भस्म उन्हें हो जानें दो
राख उन्हें हो जानें दो
कतरा -कतरा जी लेने दो
कतरा- कतरा बह जानें दो
सुलगाती है आज भी तन को
रोकती है आज भी मन को
कोशिशें हजार होती है
कोशिशें हर बार होती है
दफ़न कर दो उन यादों को
जो जिन्दा है... मुझ में कहीं
डॉ. रंजना जायसवाल