घोंसला
#घोंसला
आज सुबह उठते ही चूं चूं की आवाज सुनाई दी। कल रात ही हम दिल्ली से आए थे। एक माह में पता नहीं घर पर क्या हाल हो रखा था। रात में सामान्य सी सफाई कर के हम लोग सो गए और आज सुबह हमारी नींद इस चहचहाहट से ही खुली। घर के छज्जे पर देखा कि चिड़िया का घोंसला दिख रहा था। मेरे से ज्यादा उत्साहित मेरी 4 वर्षीय बेटी हो रही थी। उसे लग रहा था कि चिड़िया उसके साथ ही रहेगी। तभी कॉल बेल बजी। नैना - मेरी मैड आ चुकी थी। कुछ ही देर में सारा घर साफ हो गया । अब उसकी नजर उस घोसले पर थी। मेरी बिटिया के खुशी का ठिकाना नहीं था। दौड़ दौड़ कर पापा को दिखा रही थी , नानी को फोन पर सुना रही थी। तभी पतिदेव ने टीवी खोला। सामने टीवी पर मजदूरों के विस्थापन का कारुणिक दृश्य दिख रहा था। नैना सामने थी। पूछ रही थी हटा दूं बीवी जी इस घोसले को। बिटिया चिल्लाई जोर से, उसको डांटते हुए - " ये घोंसला नहीं है। यह उसका घर है । चिड़िया का घर।"