Song :- Mirza Ghalib ki vo shayriya
Written by :- YashVardhan (YK)
Corona virus है हद कर रहा
ईशान ओ को ये तहबा कर रहा
मोत भी है घबरा गई
देखकर कर एसी महामारी
ईशानो ओ की दास्ता यही
जैली है महामारी या कही
खत्म की महामारी या कही
इस लिए सदी यो से चलती आ रही
ईशान ओ की ये दास्ता
रोके ये तो रुक ते नहीं
मोत से ये तो डर ती नहीं
इस दुनिया के सिकन्दर कभी
मिरज़ा ग़ालिब की वो शायरी या
हिमत ए देती है सदा है यहा
ईशान ओ की इस दास्ता मे
मिरज़ा ग़ालिब की वो शायरी या