#चेहरा
फेसबुक पढ़ते- पढ़ते फेस पढ़ना भूल गए,
गूगल को टीचर बना के गुरुपूर्णिमा का त्यौहार भूल गए।
पोस्ट-शेयरिंग करते करते हम केयरिग भूल गए,
इंटरनेट को नमस्कार करते करते
सूर्य नमस्कार करना भूल गए।
रोज़ नये नये चेहरे देखते देखते अपनों का चेहरा भूल गए,
वीडियो देखते देखते बगिया के जुले भूल गए।
स्मार्टफोन को साया बनाके,खुद का साया भूल गए।
नये जहाँन को पाके, अपने जहाँन को भूल गए।
-Mahek Parwani