आज की प्रतियोगिता ..
विषय .नरम ।
विधा .कविता ..
माँ का दिल ,फूल सा कोमल होता ।
माँ का दिल ,मोम सा नरम होता ।।
माँ का दिल ,करुणा का सागर होता ।
माँ का दिल ,ममता की मूरत होता ।।
माँ का दिल ,दया का दरिया होता ।
माँ का दिल ,बच्चें के लिए रोता ।।
माँ का दिल ,हर पल आशिष देता ।
माँ का दिल ,मुशिकल में साथ देता ।।
माँ का दिल ,एहसान कभी न जताता ।
माँ का दिल ,अनुभव का खजाना होता ।।
माँ का दिल ,प्रथम शिक्षक होता ।
माँ का दिल ,संस्कारवान होता ।।
बृजमोहन रणा ,कवि , अमदाबाद ,गुजरात ।