"मैं बोझ नहीं हूँ"
शाम हो गयी अभी तो घूमने चलों न पापा,
चलते चलते थक गयी कंधे पर बिठा लो न पापा,
मम्मा तो सो गयी आपही थपकी देकर सुलाओ न पापा,
स्कूल तो पूरी हो गई, अब कॉलेज जाने दो न पापा,
पाल पोस कर बड़ा किया अब डोली में बिठा ही दिया तो आसूं तो मत बहाओ न पापा,
आप की मुस्कुराहट अच्छी है, एक बार मुस्कुराओ न पापा,
आपने मेरी हर बात मानी, एक बात और मान जाओ ना पापा,
इस धरती पर बोझ नहीं मैं, दुनिया को समझाओ ना पापा...
❣️Twiisha❣️Kriisha❣️