सभी देवों में प्रथम पूजनीय श्री गणेश जी...
आपको ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का प्रणाम नमन नमस्कार है... आज बुधवार है
और यह है आज की आरती
आरती जय श्री गणेश...जी की... पूजा, अर्चना, आराधना/ श्री गणेश हम करते हैं आपकी साधना ब्रह्मदत्त
÷माता पार्वती महादेव के पुत्र श्री गणेश आप को बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है आज बुधवार है ब्रह्मदत त्यागी हापुड़ सभी भक्तों का आपको नमस्कार है÷
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी।
माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
अंधन को आंख देत, कोदिन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
हार चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डअन को भोग लगे, संत करे सेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
दीनन की लाज राखो, शंभु सुतवारी।
कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़