*नववर्ष*
मन पुलकित है तन व्याकुल है, करने को स्पर्श तुम्हारा ।।
पुष्प गुच्छ लेकर बैठे हैं, अभिनंदन नववर्ष तुम्हारा ।।
आशाऐं करते हैं तुमसे , समृद्धी के रथ पर आना।
सबके कष्ट हरण कर लेना, खुशहाली घर घर पहुँचाना ।।
रवि की किरणें प्रथम दिवस ही,सबको बाँटें हर्ष तुम्हारा ।।
पुष्प गुच्छ लेकर बैठे हैं, अभिनंदन नववर्ष तुम्हारा ।
करूँ कामना सबको होना,बीस बीस तुम मँगलकारी ।।
नहीं वेदना झेले कोई ,बनना सिर्फ अमंगल हारी ।।
विगत वर्ष को सभी भुलादें,पाकर केवल दर्श तुम्हारा ।।
पुष्पगुच्छ लेकर बैठे हैं, अभिनंदन नववर्ष तुम्हारा ।।
रचनाकार
भरतसिंह रावत भोपाल
7999473420
9993685955