थोड़ा सा लुत्फ क्या ले लिया जिंदगी से
जमानेभर के दर्द मुजपें मेहरबान हो गए
अभी तो जीना आया भी नहीं था मुझे
जमी दोस्त मेरे सारे अरमान हो गए
आसमान हसता हुआ रो पड़ा देखके
जो थे मेरी तरफ , मेरे खिलाफ हो गए
उन्हें लगा मैं हार गया , खेल ख़तम हुआ
बाजी पलटते देख , वो परेशान हो गए
-"उपेन"