खुदको।।।
खुद को इतना भी ना बचाया कर।
बारिश आए तो भीग जाया कर।
कोई चांद लाकर नई देगा ।
अपने चेहरे से जगमगाया कर।....१
खुद को इतना भी ना बचाया कर ।
गंगा बहे तो बह जाया कर।
कोई गंगोत्री लाकर नहीं देगा।
अपने मन से पवित्र रहा कर।...२
खुद को इतना भी ना बचाया कर।
हवा चले तो लहराया कर।
कोई खुशबू लाकर नहीं देगा।
अपने दिल से महका कर।...३
खुद को इतना भी ना बचाया कर।
अग्नि जले तो जल जाया कर।
कोई पानी लाकर नहीं देगा।
अपने आप शीतल हुआ कर।...४
खुद को इतना भी ना बचा कर।
आसमा मिले तो उड़ जाया कर।
कोई पंख कटने नहीं देगा।
अपने गुरु पर भरोसा रखा कर।....५