तात्विक विचारधारा..."चतुर्विधा भजन्ते मां जनाः।"अर्थात चार प्रकारके लोग ईश्वर को भजते हैं।(१)आर्त यानी दुःखी।जैसे द्रौपदी।(२)जिज्ञासु यानी ईश्वर प्राप्ति के लिए इच्छुक।जैसे राजा परीक्षित।(३)धन-वैभव का इच्छुक।जैसे विभीषण, सुग्रीव। (४)ज्ञानी यानी निष्काम भक्ति।जैसे जनकराजा, नारदजी।इन सभी मे ज्ञानी उत्तम हैं।