-: आशिकी :-
" दुनिया में बस अब तुम्हारे सीवा कोई हमारा सहारा ना था,
एक पल भी अब तुमसे दुर होना पडे हमे वो गवारा ना था.
रोती रही हरदम हमारी आंखे अपनी पालकों को भीगोके,
तुम तो कभी थे ही नहीं हमारे हमेशा से होकर भी होके.
चाहा था तबभी और अबभी तुम्हें हमने खुदसे भी ज्यादा,
बचपन से ही रखा था हरपल तुमसे एक दिन मिलने का इरादा.
पुरी जिंदगी हमने इंतजार कियाथा तुम्हारा हर इबादत से पहेले,
तुम मुस्कुराना छोड़ मत देना किसी और के दिल मैं आनेसे पहेले.
हम तो पास ही थे हरदम दुर तो तुम चले गये हमारे पानेसे पहले,
जब तुम्हारा मन करे तो लौट आना हमे कब्र में लेटाने से पहले..."
D.K......