यशोदा तेरी वाट निहारे |
कान्हा अब तू कब आवे |
हवाओ मे है जोरो की हलचल |
बादल बरसे है खुलके गगन |
तेरी राह निहारे.. सृष्टि के जीवल.. |
तेरी राह निहारे रँग उपवन |
नदिया भी अब तो.. बहेरहीहे.. थनगन सी |
बावरी बनी है वो भी कान्हा की |
तू क्यू इतनी देर लगाये |
तेरी वाट मे अब तो शिव शम्भू भी आये |
तेरी वाट मे अब तो जगदम्बा भी आये |
फिर तू क्यू इतनी देर लगाये..
फिर तू क्यू इतनी देर लगाये |
तेरी लीला कोई न जाने.. |
तेरी लीला सिर्फ तू ही जाने |