काश तु ज़िन्दा होता,
मैं भी तेरे लिये राखी और तोफे लाती,
मैं भी रक्षाबंधन की तैयारी करती,
तुझसे हक से तोफे मांगती,
और तोफे ना देने पे रूठ जाती,
तू भी मेरे पीछे पीछे राखी बंधाने घूमता,
और आख़िर में तोफा देके राखी बंधाता,
वेसे तो समय बीतता गया और बाते पीछे छूटती गई,
लेकिन आज भी कोई भाई - बहेन को साथ देख के
हमेशा तेरी बहुत याद आती हैं....
तु जहां भी हो जिस दुनिया मैं हो हमेशा खुश रहे।
I love you bhai... Miss you so much ?
-Krina❤️