*जिनके पास अपने हैं*,
*वो अपनों से झगड़ते हैं*...
*जिनका कोई नहीं अपना*,?
*वो अपनों को तरसते हैं*..।
*कल न हम होंगे न गिला होगा।*
*सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा।*?
*जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें।*
*जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा।*
शुभ सवार जय श्री राधामाधव,,,,,