खुद को यु समेट के रखा है
तेरे अक्ष को खुद में संभाले रखा है
तुटे हुए दिल में और विखरे हुए पलों में
तुज को सहज के रखा है
तेरे इंतज़ार में सुक गये इन आंसुओं को
अपने दामन में पिरो के रखा है
बेहती हवा की तरह आती तेरी यादों को
मन के कोने में छुपा के रखा है
खुद को यु समेट के रखा है
तेरे अक्ष को खुद में संभाले रखा है #pooji

Gujarati Blog by Pooja : 111223555

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