?आदत झगड़े का कारण बन सकता है पर समझदारी झगड़ा होने नहीं देंती |
सुनील सुनीता को बालकनी में बीठाता है और सुनीता को अखबार हाथ में थमा कर सुनील कमरे में जाकर दफ्तर की तैयारी में लग जाता है तभी सुनील को याद आता है कि आज दफ्तर जल्दी जाना है | तो सुनील सुनीता से चाय बने को केहता है |
सुनीलने कमरे से बाहर आकर देखा कि डायनिंग टेबल पर उसकी चाय नहीं पड़ी और सुनीता बालकनी में बैठी अखबार पढ़ रही है | तो सुनील गुस्से से केहता है 'अभी तक मेरी चाय क्यों नहीं बनाई ?' तो सुनीता अपना प्लास्टर लगा पांव दिखाती है |...ॐD