ये जिंदगी#kyvotsav-2
ये जिंदगी इतनी क्यू खफा थी तू मुझसे
एक से भले दो आशिक दे दिये तुने
ना देती तो भी गम न था
कम से कम इस अंधेरे से खुद्द को दूर तो रख पाती
ना तुने मुझे मोहबत दि ना कोई मकसत
बस दो पल का धोखा और आशिकी मेरे नाम लिख दि.
न कोई ऐसा जिसे यादो मे समा लु
कडवी यादो से पाला पडता हर बार
चाहती थी सच्ची सिम्पल सी जिंदगी
न कोई डाग न कोई खालीपन
आज बस बचा है कलंक का दामन.