धरती जब छोटी थी तब से उसे फिल्म बहुत पसंद थी वह फिल्म के हर एक हीरो, हीरोइन, संगीतकार, नृत्यकार, लेखक सबकी खबर रखती थी | हर कुछ जो फिल्म के साथ जुड़ा होता था उसे बहुत पसंद था क्योंकि धरती को भी बड़े होकर हीरोइन बनना था | धरती सब यह सीखा करती थी जैसा वह बोलते थे उठते थे बैठे थे वैसा सब धरती भी किया करती थी | बड़ी होकर धरती अच्छी अदाकारा बन गई क्योंकि उसने बचपन से ही मन बना लिया था कि वह हीरोइन बनेगी उसका नाम हो गया पर जब धरती को उसके नाम से पुकारा जाता तो उसे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता क्योंकि वह जिस वातावरण में पली बड़ी वहां बड़ों का आदर सम्मान के साथ बुलाया जाता था और छोटों को भी आदर सम्मान से बुलाते थे | धरती को बुरा लगने लगा | धरती को एहसास हुआ कि मैंने बहुतो को ऐसे ही नाम से बुलाया है | तो यह सब मेरे साथ भी होना ही था अब धरती को पता चल गया कि मान सम्मान देने पर मान सम्मान मिलता है | बडो छोटों के साथ कैसे बात की जाती है अब धरती को वो सीखना था क्युकि धरती का नाम तो हो गया पर सन्मान की कमी खलती थी |...ॐD