#kavyotsav_2
# किसान जीवन अभिशाप हो गया है#
है यह किसानों का देश
यह कैसा विरोधाभास है
नेता यहां स्वस्थ है
किसानों का बुरा हाल है
उगाता अनाज जो
वही खाने को परेशान हो रहा है
किसान जीवन अभिशाप हो गया है
चेहरों पर झुर्रियां है
शरीर जर्जर है
मानसून की मार से
आँखों की तलहटी में पानी है
अब उसी पानी से खेतों को
सींचने के लिए तैयार हो गया है
किसान जीवन अभिशाप हो गया है
जीडीपी में जिनका आधा हिस्सेदारी है
खेती करते हुए मरने की तैयारी है
दोगुना होगा आय कृषि का
सबकों भ्रमित करने का
झूठा प्रयास किया गया है
किसान जीवन अभिशाप हो गया है
गरीबी से दम तोड़ते
मर रहा किसान है
कर्ज माफ़ी के अल्पकालीन राहत में
राजनीति के वोट बैंक का चक्कर है
दीर्घकालीन राहत का
कोई नया नही मॉडल है
चुपचाप सब देखकर अपने कष्टों को
आत्मसाध करने को तैयार हो गया है
किसान जीवन अब शाप बन गया है