अपने सोच को शब्दबद्ध करना लेखक की ज़िम्मेदारी है किन्तु उसे पूरी आभा, गंध और गमक के साथ देखने वालों के अन्तःकरण में उतारने का दायित्व फ़िल्म के निर्देशक का है। जयपुर इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में कलमकार प्रबोध कुमार गोविल के साथ जर्मनी के युवा फ़िल्म निर्देशक क्रिश्चियन ज़िलका।