मोहब्बत की बंदिशे हम तोड़ ना सके।
एक प्यारा सा रिश्ता हम जोड़ ना सके।
खुश हूं मगर आपके जैसा यार मिला,
मगर अफसोस इस वक़्त को पीछे छोड़ ना सके।

जानता हू तुझे भी साथ गुजारा वक़्त याद आता होगा।
तन्हाई में तुझे भी खामोश मंजर तड़पाता होगा।

यकीनन तू भी कहा रातों को सोता होगा,
तकिए पर सर रखकर सिसकियां लेता होगा।

जानती है तू हालातो ने हमें मिलने ना दिया,
पर दिल ने तेरे मुझे अपने दिल से निकलने ना दिया।

मत रोया कर पगली, हम दिल की दुनिया में जीयेंगे।
इस दुनिया में ना सही, किसी और दुनिया में तो मिलेंगे।

वादा कर तू मुझसे, कभी आंसू नहीं बहायेगा।
मुस्कुरा कर इस वक़्त को भी हराएगा।...


( Sea of my imaginations )

Hindi Good Night by Satyendra prajapati : 111074905
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