अपनों की महफ़िल से हो के मजबूर चला,
मैं महफ़िल छोड़ बहुत दूर, बहुत दूर, चला,
न गलती उनकी थी न बेवफा हम है दोस्त,
मैं बे-कसूर था फिरभी मैं बा-कसूर चला,
मैं खुशियों की दुआ दे उनकी ज़िन्दगी से,
मैं तो बस उनकी ज़िन्दगी से ब-दस्तुर चला,
दर-बदर की ठोकर खाते उनकी मंज़िल पाने,
मैं तो उनकी चाह में राह-ए-तसव्वुर चला,
हो गई बहुत देर भटक गया रास्ता इसलिए,
फिरदौस में भी मैं बहुत नासबूर चला,
यादों में उनको पाने की आशा लेकर मैं,
उनकी मोहब्बत में "पागल" बा-फितूर चला।
✍?"पागल"✍?
मजबूर - विवश / लाचार / निःसहाय
बे-कसूर - निरपराध /निर्दोष
बा-कसूर - दोष / अवगुण / खोट / भूल / पाप / असफलता
ब-दस्तूर - प्रथा / रीति / कायदा / नियम / विधि
राह-ए- तस्व्वुर - कल्पना की राह / सपनो का रास्ता
फिरदौस - स्वर्ग, उपवन
नासबूर - व्याकुल / अधीर
बा-फितूर - पागलपन के साथ