बहुत से लोग उन बच्चों पर कटाक्ष करते हैं जो अपनी उच्च शिक्षा या नौकरी के लिए विदेशों में चले जाते हैं। आलोचना करते हुए लोग कह देते हैं कि -
1. इन बच्चों को अपने देश की धरती से प्रेम नहीं है।
2. ये बच्चे पढ़ाई देश के संसाधनों से करते हैं पर काम दूसरे देशों के लिए करते हैं।
3. ये ज़्यादा धन के लालच में वहां जाते हैं।
4. इन्हें अपने वृद्ध माता पिता का कोई ख्याल नहीं है।
किंतु यदि आप ऐसे बच्चों से बात करें तो आपको उत्तर मिलता है-
1. आप देश से भ्रष्टाचार मिटा दीजिए।
2. आप देश में आरक्षण के द्वारा योग्यता की अवहेलना करना बंद कर दीजिए।
3. आप देश से जाति - संप्रदाय-धर्म के नाम पर नफ़रत मिटा दीजिए।
4. आप देश में शिक्षा और शिक्षितों की कद्र कीजिए...
हम विदेश नहीं जाएंगे।