उल्लास तो बहता झरना है,
ये झंकृत करता जीवन राग।
स्पंदित करता मन की इच्छाएँ,
जब मन में पसरे वीतराग।
ये सुखी जीवन का है सहयोगी,
उल्लास बिना मन होता रोगी।
आप्लावित करता जीवन रस,
प्रस्तुत करता जीवन आशाएँ।
उत्सव सा जीवन में भरता,
बिखरे जो जीवन प्रत्याशाएँ।