प्रिय माँ,
कैसी हैं आप?और पिताजी ठीक हैं न! आखिर क्यों हमारी बात कभी इससे आगे न हो पाती। हाँ, मैं कमजोर हूँ। अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाता। पर आप तो मुझे जानती हैं न! फिर आपने मुझे अपने से क्यों दूर होने दिया? मीलों की दूरी क्यों बन गयी दिल की दूरी? बहुत रोता हूँ अकेले में! आपके हाथों की रोटी की चटैया अब भी रुलाती हैं। कौआ, मैना का नाम लेकर ज़बरदस्ती दो चार कौर खिलाने की याद अभी भी ताज़ी है। बहुत प्यार करता हूँ तुमसे, बस कह नहीं पाता! माँ, आई लव यू!!!