वर्षों बाद मिली थी वह। 'कॉलेज कैम्पस' की यादें और हमारा साथ, इन्ही बातों में समय निकल गया। चलते-चलते एक अप्रत्याशित प्रश्न, 'राज तुम्हारी पत्नी बहुत सुन्दर होगी ना।'
'नही। ऐसा तो नही, पर कयूँ?'
जाते जाते उसने कहा। 'नही वैसे ही, वो तुमने मुझे कभी 'प्रपोज' नही किया था ना।'
// वीर //