दूर था वो.. साथ नही,
लेकिन 'था' तो.. चाहे दूर सही
रहता था उसके आने का बेसब्री से इंतज़ार
जब आता घर,रौनक सी आ जाती, जैसे हो कोई त्यौहार
बस यही लगता था अब आया है तो नाम ना ले जाने का
पता नही फिर कब मौका मिलेगा उसे घर आने का?
नही था मालूम सच होगा वो सोचा हुआ इस तरह कभी,
आया वो घर पर कभी ना वापस जाने के लिए,
लेकिन चला गया सब छोड़कर कभी ना वापस आने के लिए
🇮🇳❤️
-Jyoti Prajapati