अनगिनत शक्तिशाली महान राष्ट्रों को धराशायी करते हुए ,मानव के स्वछंदिता, संप्रभुता एवं अहम भाव को अनुशासित, मर्यादित करते हुए और शोक संदेशो से भरे हुए गुजरे साल की अच्छी बात ये है कि बुरे वक्त को भी बीत जाना होना है और ये भी बीत गया।

Hindi Poem by Ajay Amitabh Suman : 111774761
shekhar kharadi Idriya 2 year ago

अति सुन्दर प्रस्तुति

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now