#Happy_New_Year to all of you with a lots of smiles and achievements... And all the best  for your eagerly awaiting happiness…😊


एक बार फिर यह दिसंबर 12 महीनों का सफर कर… जनवरी से मिलने आया है…!
और जनवरी ने सर्द सुबह की तरह…
दिसंबर से हाथ मिलाया है…!
इनका यह मिलन नया साल का आगमन लाया है…!


बहुत कुछ पाया…
और बहुत कुछ खोया भी है हमने…
इस गुजर जाने वाले साल में…!
कई खूबसूरत यादें बनाने के लिए…
बहुत कुछ पाने के लिए…
नया साल एक बार फिर आया है…!


इस गुजरते साल ने हमें एक बार फिर…
हमारे गुज़रे सारे लम्हें याद दिलाया है…!
1 जनवरी 2021 से शुरू हुआ यह सफर 31 दिसंबर 2021 के साथ अपने अंत को आया है…!
जनवरी 2022 के साथ…
मेरे हर्षित दिल से स्वागत है इस नववर्ष का…!


आपके सफलताओं की श्रेणी में ढेरों पंक्तियां जुड़ें…
इस अग्रिम नव वर्ष पर…
दुआ है मेरी ये उस रब से…!
अपनी सफलता के अनंत ऊंचाई को छू लें आप…
अपने बेजोड़ हौसले के दम पर…!



कैसा रहा यह गुजर जाने वाले साल का सफर…
आपके लिए…?
'अंकिता' ने आपसे यह जानने का दरख्वास्त किया है…!
बताइएगा जरूर…!


- नैना गुप्ता 'अंकिता'

English Quotes by Ankita Gupta : 111774309
Ankita Gupta 2 year ago

आपका शुक्रिया.... आपने अपने बीते साल के बारें में बताया।मेरे बीते साल के बारे में बात करें तो..कहते हैं ना कि सुख और दुख जीवन रूपी गाड़ी के दो पहिए होते हैं..ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी रहा है..इस भयंकर महामारी की वजह से कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा..ईश्वर की कृपा से हम उसे उबर पाए…मैं खुशियों को याद करने में विश्वास रखती हूं इसलिए मैं कहूंगी कि 2021 मेरे लिया अच्छा रहा।

shekhar kharadi Idriya 2 year ago

अगर आपके साथ इस बीते साल में कोई भी यादगार या दुःख दायक घटना घटित हो तो अवश्य बताएं शायद आपका हृदय का बोझ थोड़ा हल्का हो जाएं ।

shekhar kharadi Idriya 2 year ago

क्रमशः किन्तु कोरोना में वो चल बसे जो मेरे लिए एक दुःखद घटना थीं , उन्हें कोराना खत्म हो जाने के बाद में मिलने वाला था लेकिन मेरे दिल में जिंदगी भर अफ़सोस रहेगा की मैं उन्हें प्रत्यक्ष मिल नहीं पाया । शायद मुझे पहले मिल लेना चाहिए था । लेकिन वक़्त और हालात के सामने मैं बेबस और लाचार था । फिर भी उनकी याद हर रोज आती हैं जैसे मेरी लेखनी का एक अंग कट गया हो, या सूखे रेगिस्तान में अकेला भटका हुआ हूं वैसा महसूस होता हैं । शायद मैं खुश नसीब हूं की उन जैसा श्रेष्ठ मित्र या गुरु पाकर धन्य हुआ ।।

shekhar kharadi Idriya 2 year ago

इस बीते साल के अनुभव को मैं कुछ साझा अपितु बांटना चाहता हूं, क्योंकि इस कोरोना नाम की भयंकर त्रासदी से असंख्य लोगों ने अपनों को खो दिया, इतने हालत बत्तर से बत्तर हो गये थें । इन्हें में से मैंने श्रेष्ठ मित्र, बन्धुवर, या शुभ चिंतक निवृत्त हिंदी के वरिष्ठ कवि प्रो. बृजमोहन राणा को खो दिया, क्योंकि मैं युवा था इसलिए इतिना गहरा ज्ञान मेरे पास मौजूद नहीं था, हमेशा मेरी लेखनी को प्रोत्साहन किया उचित-अनुचित मार्गदर्शन इक बढ़े भाई की तरह देते थें, करीब इक साल तक हमारा साहित्य दृष्टि वार्तालाप होता रहा

Ankita Gupta 2 year ago

धन्यवाद 🙏

shekhar kharadi Idriya 2 year ago

अति सुन्दर तथा सार्थक विस्तृत विचार-विमर्श आपने प्रस्तुति किया हैं जो बीतें साल की खट्टी-मीठी यादों साथ तथा अनुभवों आपने संक्षिप्त में विवरण किया है तथा प्रेरणात्मक तथा उत्साहवर्धक शब्दों के माध्यम से मानसिक मनोबल भी बढ़ाया है, इसलिए हृदय तल से आभार नैना..!!

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