मुश्किलो से भरे हे रास्ते अगर तेरे
तो तुर हार मत मानना,
खुदकी महेनत को बठाकर तुम
चटान बनकर खुदका रासता तूम निकालना।

जोस हो अगर तुजमे, हर मुश्किल पार हो जोऐ
गी ,धीरे धीरे करकर तेरी महेनत भी तो रंग लाऐ गी
मुश्किलो से भरे हे रास्ते अगर तेरे
तो तुर हार मत मानना,

गुजे गी तेरीभी किलकारीया चरो ओर
नाम तेरा ही होगा चरो ओर बढाकर महेनत अपनी
उची मंजिल तु पाएगा

बस तुं हार मत मानना हार मत मानना

Bhagvati Jumani

Hindi Poem by Bhagvati Jumani : 111752015

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