# LUCKNOW LOVERS ❤️❤️


शिक्षा से लेकर इमारतों तक एक लखनवी अंदाज समेटे हुए है…!
पार्कों से लेकर सड़कों तक एक अलग ख़ूबसूरती झलकाते हुए है…!
यहां के हर ज़र्रे-ज़र्रे नवाबीपन लपेटे हुए हैं…!
क्योंकि…
अरे भई ! हमारा लखनऊ कुछ नवाबी-सा है…!


उगते सूरज की सुनहरी किरणों से चमकता अंबेडकर पार्क की चमचमाती पत्थरों-सा है…!
इमामबाड़े के ढलते सूरज के सुन्दर नज़ारे-सा है…!
अरे भई ! हमारा लखनऊ कुछ नवाबी-सा है…!


टुंडे कबाबी की गलियों में पहुंचते ही कबाबी तड़के-सा है…!
मोहन मार्केट की रेशमी जुल्फों को छुपाती खूबसूरत दुपट्टे-सा है…!
हज़रतगंज के आलीशान समां में सादगी-सा है…!
अरे भई ! हमारा लखनऊ कुछ नवाबी-सा है…!


अमौसी के उड़ते उतरते हवाई जहाजों के धुन-सा है…!
चारबाग के सरपट दौड़ती ट्रेनों के ‌रफ्तार-सा है…!
आलमबाग पर ठहरे बस के काफ़िलों-सा है…!
अरे भई ! हमारा लखनऊ कुछ नवाबी-सा है…!


गोमती के किनारे उठती शरारती मौज़ों-सा है…!
जनेश्वर के झील के किनारे टहलने पर मिले सुकून-सा है…!
यहां के फ्लाईओवर से नज़र आते खूबसूरत मंज़र-सा है…!
अरे भई ! हमारा लखनऊ कुछ नवाबी-सा है…!


भूतनाथ मंदिर से उद् घोषित शंखनाद-सा है…!
चाय की टपरी पर चुस्की लेते हैं स्टूडेंट्स के संघर्ष-सा है…!
अपने अंदर एक अजब-सी सादगी समेटे हमारा लखनऊ थोड़ा नवाबी-सा है…!
अरे भई ! हमारा लखनऊ कुछ नवाबी-सा है…!




- नैना गुप्ता 'अंकिता'


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English Thought by Ankita Gupta : 111738211

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